जानें कौन है Ghost Hackers? जो मरे हुए लोगों के नाम पर कर रहे है फ्रॉड, जानें इससे बचने के तरीके
Ghost Hackers : आजकल साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं. कभी गिफ्ट, कभी डिलीवरी तो कभी केवाईसी अपडेट के बहाने लोगों के बैंक अकाउंट खाली करना अब आम बात हो गई है. ऐसे में जालसाज हाल ही में एक और नया ट्रेंड लेकर आए हैं. जिसे ‘घोस्ट हैकिंग’ कहते हैं. यह तरीका बेहद खतरनाक है, क्योंकि इसमें ठगी का शिकार वे लोग होते हैं जो अब इस दुनिया में नहीं हैं.
कौन होते हैं घोस्ट हैकर्स?
घोस्ट हैकर्स ऐसे साइबर अपराधी होते हैं जो खास तौर पर मृत लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट को निशाना बनाते हैं. ये फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स जैसे प्लेटफॉर्म की मदद से लोगों को अपना निशाना बनाते हैं. इसमें जब भी किसी व्यक्ति की मौत की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की जाती है तो ये हैकर्स उस व्यक्ति के अकाउंट को एक्सेस करने की कोशिश करते हैं. जानकारी हासिल करने के बाद ये इसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए करते हैं.
कैसे करते हैं ठगी को अंजाम?
घोस्ट हैकर्स सोशल इंजीनियरिंग का सहारा लेकर सोशल मीडिया अकाउंट की सुरक्षा को तोड़ते हैं. ये आसानी से कमजोर पासवर्ड वाले अकाउंट को हैक कर लेते हैं और फिर पासवर्ड रीसेट करके अकाउंट पर पूरा कंट्रोल हासिल कर लेते हैं. इसके बाद हैकर्स उस अकाउंट का इस्तेमाल मृतक व्यक्ति के परिचितों से संपर्क कर उनसे पैसे मांगने या फिर कोई नया फ्रॉड करने के लिए करते हैं. हैकिंग की यह प्रक्रिया इतनी सफाई से की जाती है कि अपराध के बाद इन हैकर्स का पता लगाना बहुत मुश्किल होता है.
पैसे लेकर फरार हो जाते हैं हैकर्स
इन दिनों कई लोग इसी तरह की ठगी का सामना कर रहे हैं. वे कमजोर पासवर्ड से सोशल मीडिया अकाउंट को हैक कर लेते हैं. फिर अकाउंट का पासवर्ड रीसेट कर देते हैं. अकाउंट का एक्सेस मिलते ही हैकर्स इस अपराध को अंजाम देते हैं. दूसरे हैकर्स की तरह घोस्ट हैकर्स का मकसद भी पैसे कमाना होता है. इसलिए अकाउंट का एक्सेस पाने के बाद वे मैसेज या कॉल के जरिए लोगों को फंसाते हैं. इस घटना के बाद हैकर्स को ट्रैक करना काफी मुश्किल होता है.
Ghost Hackers से बचने के ये हैं तरीके
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में आपको अपने अकाउंट से जुड़ी पॉलिसी मिलती है. आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी मृत व्यक्ति का अकाउंट मैनेज कर सकते हैं. इसके लिए आपको सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के सपोर्ट को ईमेल करना होगा. ये सभी सुविधाएं आपको हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मिल जाएंगी.
कैसे करें अकाउंट को मैनेज?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सभी यूजर्स को यह विकल्प भी देता है कि उनकी मौत के बाद अकाउंट को कौन मैनेज करेगा. यूजर को इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की सेटिंग में जाना होगा. इसमें आपको मेमोरियलाइजेशन ऑप्शन में जाकर लीगेसी अकाउंट को सेलेक्ट करना होगा. ऐसा करने से किसी भी मरे हुए व्यक्ति का खाता गलत हाथों में नहीं जाएगा.