भाजपा की वजह से SAHARA के निवेशकों को नहीं मिल रहा पैसा, झामुमो की सरकार दिलायेगी राशि- सुप्रियो भट्टाचार्य
Ranchi : झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और पार्टी प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र में SAHARA निवेशकों का पैसा लौटाने के वादे को मुद्दा बनाया है. रांची में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर वर्ष 2023 में शहर के निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए पोर्टल बनाया गया था. सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा से सवाल करते हुए कहा कि सरकार ने वर्ष 2023 से 24 तक निवेशकों का पैसा क्यों नहीं लौटाया. क्या कारण है कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी भाजपा ने शहर के निवेशकों का पैसा नहीं लौटाया और एक बार फिर विधानसभा चुनाव में इसे मुद्दा बना लिया है. कहा कि सरकार निवेशकों का पैसा नहीं लौटाने वाली है, उन्हें सिर्फ कोरा आश्वासन दिया जा रहा है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सहारा से बकाया राशि वसूलने के लिए भाजपा ने अखबार में विज्ञापन जारी किया है. यह पहली बार है कि अखबारों में इस तरह का विज्ञापन दिया गया है.
झामुमो नेता ने कहा, झारखंड के एक करोड़ से अधिक लोगों ने सहारा में निवेश किया है. इन सभी का पैसा फंसा हुआ है और मिलने की उम्मीद कम ही नजर आ रही है. सुप्रियो ने कहा, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार सेबी को सीआरसीएस को 5,000 करोड़ रुपये देने को कहा गया था. सभी दावेदारों को अपना रिटर्न पाने के लिए वेब पोर्टल पर आवेदन करने को कहा गया था. सुप्रियो ने आरोप लगाया कि 2019 में अमित शाह गृह मंत्री बने और 2021 में उन्हें सहकारिता मंत्री बना दिया गया और यहीं से खेल शुरू हुआ. कहा कि सहारा का पैसा खा जाना मोदी की गारंटी है. मैं साफ शब्दों में कहना चाहता हूं कि सभी निवेशकों को पता होना चाहिए कि अखबार में दिया गया विज्ञापन काला सच है. कहा जा सकता है कि निवेशकों को एक भी पैसा वापस नहीं मिलेगा. कहा, गुजराती भाई सारा पैसा खा जा रहे हैं. नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, ललित मोदी सभी का गुजरात से संबंध है. भाजपा यहां ड्रामा कर रही है.
गृह मंत्री क्यों सहकारिता मंत्रालय का प्रभार संभालेंगे, क्योंकि 5000 करोड़ रुपये का मामला था. उन्होंने कहा कि हम भाजपा के घर में घुसकर सहारा का पैसा वापस लाएंगे और हेमंत सोरेन के सत्ता में आने के बाद यह लूट बंद हो जाएगी और झारखंड की जनता को उनकी गाढ़ी कमाई वापस मिलेगी.