सीता सोरेन ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर बेटियों के अपमान का लगाया आरोप, कहा- कांग्रेस जहां भी है वहां महिलाएं असुरक्षित हैं, देखे वीडियो
inlive247:- जामा विधानसभा सीट से 3 बार विधायक रही सीता सोरेन को 2024 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. सीता सोरेन जामताड़ा विधानसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार थी. कांग्रेस प्रत्याशी इरफान अंसारी से इस मुकाबले में सीता सोरेन को हार का सामना करना पड़ा. जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन की बहु और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को विधानसभा चुनाव में हार के बाद ऐसी परिस्थिती का सामना करना पड़ा, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी.
जमीन पर जनता के लिए लड़ाई लड़ना आसान नहीं होता। इस चुनाव में, मैंने अपनी पूरी ताकत लगाई, लेकिन परिणाम हमारे पक्ष में नहीं आया। जब मैंने एक वीडियो देखा जिसमें मेरी बेटियां जयाश्री, राजश्री और विजयश्री सोरेन को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा अपमानित करते हुए देखा, तो मेरा दिल टूट… pic.twitter.com/GWkOdzEBZO
— Sita Soren (@SitaSorenMLA) November 25, 2024
दरअसल जामताड़ा में मतों की गिनती के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी इरफान अंसारी ने जब बढ़त बना ली तब सीता सोरेन की तीनों बेटियां निकल रही थी, इसी क्रम में कांग्रेस समर्थक हाथों में झंडे लिए शोर शराबा करने लगे और गनीमत यह रही कि पुलिसकर्मियों ने तीनों ओर से घेरा बनाकर तीनों को भीड़ से बाहर निकाला.
बेटियों को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा अपमानित करते हुए देखा, तो मेरा दिल टूट गया
सीता सोरेन ने ट्वीट कर लिखा कि जमीन पर जनता के लिए लड़ाई लड़ना आसान नहीं होता. इस चुनाव में, मैंने अपनी पूरी ताकत लगाई, लेकिन परिणाम हमारे पक्ष में नहीं आया. जब मैंने एक वीडियो देखा जिसमें मेरी बेटियां जयाश्री, राजश्री और विजयश्री सोरेन को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा अपमानित करते हुए देखा, तो मेरा दिल टूट गया.
मेरे पति ने अपना खून-पसीना बहाकर जनता की सेवा की थी
यह वही जमताड़ा है, जहां मेरे पति ने अपना खून-पसीना बहाकर जनता की सेवा की थी। लेकिन आज, उनकी बेटियों को अपमानित होते देख, यह सवाल उठता है कि क्या यही वह सम्मान है जो जनता ने उनके त्याग और संघर्ष को दिया है?
मेरी बेटियां दुर्गा सोरेन जी की तरह मजबूत और निडर हैं
उन्होंने हर शब्द और हर अपमान का सामना शेरनियों की तरह किया, उन्होंने सिर ऊंचा करके अपनी मर्यादा बनाए रखी, मुझे गर्व है कि मेरी बेटियां दुर्गा सोरेन जी की तरह मजबूत और निडर हैं. उन्होंने यह दिखा दिया कि यह हार हमारी हिम्मत को कमजोर नहीं कर सकती. यह हार एक सबक है, एक नई शुरुआत है.
मैंने इन्हें शेरनियों की तरह पाला है
मत भूलना मैंने इन्हें शेरनियों की तरह पाला है. अकेले रहते हुए एक हाथ से राजनीति की बागडोर संभाली और दूसरे हाथ से अपनी बेटियों की परवरिश की है.
कांग्रेस जहां भी है वहां महिलाएं असुरक्षित हैं
बस डर इस बात की है कि सुरक्षा होते हुए इन गीदड़ों में इतनी हिम्मत है तो बेसहारे गरीब महिलाओं बेटियां को क्या नहीं झेलना पड़ता होगा. कांग्रेस जहां भी है वहां महिलाएं असुरक्षित हैं.
आदिवासी आपको इस संथाली धरती से उठा फेंकेंगे
मासूम आदिवासी आपके छल और झूठ के जाल में फंसे हुए हैं, लेकिन वह दिन जरूर आएगा जब यही आदिवासी आपको इस संथाली धरती से उठा फेंकेंगे.