साइबेरियन पक्षियों से गुलजार हुआ गिरिडीह का खंगोली झील, मन को मोह लेता है यहां का दृश्य
Giridih : गिरिडीह के पर्यटन स्थल खंडोली में साइबेरियन पक्षियों का आना शुरू हो गया है. हाल ही में बड़ी संख्या में साइबेरियन पक्षियों के आने से झील जीवंत हो गई है. ये पक्षी यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए हैं. हर साल की तरह इस बार भी खंडोली में अक्टूबर-नवंबर में साइबेरियन पक्षियों का आगमन हुआ है. साइबेरियन पक्षियों के कारण यहां का माहौल काफी आकर्षक और रोमांचक हो गया है.
साइबेरियन पक्षियों के आगमन से खंडोली हो जाता है आकर्षक
विशेषज्ञों का कहना है कि गिरिडीह के खंडोली में साइबेरियन पक्षियों के आगमन के दौरान विभिन्न प्रजातियों के पक्षी देखे जा सकते हैं. इनमें साइबेरियन क्रेन, साइबेरियन गूज और साइबेरियन स्वान मुख्य प्रजातियां हैं. साइबेरियन पक्षियों के आगमन के दौरान खंडोली की प्राकृतिक सुंदरता और भी आकर्षक हो जाती है. यहां के हरे-भरे जंगल, झील और पहाड़ियां पक्षियों के लिए आदर्श आवास प्रदान करती हैं.
साइबेरियन पक्षियों के साथ फोटो खिंचवाना चाहते हैं पर्यटक
खंडौली में साइबेरियन पक्षियों के आगमन के दौरान बर्ड वाचिंग एक लोकप्रिय गतिविधि है. पर्यटक खंडौली में नौका विहार करते हुए इन साइबेरियन पक्षियों के साथ फोटो खिंचवाना पसंद करते हैं. इस संबंध में पक्षियों पर शोध करने वाले डॉ गौतम कुमार ने बताया कि यहां कई प्रजातियों के साइबेरियन पक्षी पहुंचते हैं. उन्होंने बताया कि इस मौसम में तिब्बत, मंगोलिया, मध्य एशिया से पक्षी विभिन्न जलाशयों पर दस्तक देते हैं. ये प्रवासी पक्षी दिसंबर मध्य से जनवरी तक यहां अपना बसेरा बनाते हैं. फिर अनुकूल वातावरण के लिए अपना ठिकाना बदल लेते हैं और मार्च के अंतिम सप्ताह में घर लौट जाते हैं. उन्होंने जिला प्रशासन से खंडौली जलाशय को पक्षियों के लिए संरक्षित क्षेत्र घोषित करने की मांग की है.