नौ पन्नों का सुसाइड नोट लिखकर IG ने खुद को मार ली गोली, 9 दिन पहले मिली थी नई जिम्मेदारी
inlive247 Desk : हरियाणा पुलिस के महानिरीक्षक (आईजीपी) वाई. पूरन कुमार मंगलवार दोपहर अपने चंडीगढ़ स्थित आवास पर मृत पाए गए. उनके सिर में गोली मारी गई थी. प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला पाया गया है. यह घटना उस समय हुई जब वह अपने साले के सेक्टर 11 स्थित घर के ध्वनिरोधी बेसमेंट में थे. बताया जा रहा है कि उन्होंने अपने गनमैन की सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली. पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूरन कुमार ने मरने से पहले नौ पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा था. इस नोट में कई वर्तमान और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारियों के नाम हैं. हालाँकि, अभी तक सटीक जानकारी का खुलासा नहीं किया गया है. पुलिस का कहना है कि फोरेंसिक जाँच के बाद ही नोट को सार्वजनिक किया जाएगा.
बेसमेंट में आत्महत्या
पूरन कुमार को घटना के ठीक एक दिन बाद बुधवार को सुनारिया (रोहतक) स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के प्रमुख का पदभार ग्रहण करना था. पूरन कुमार हरियाणा कैडर के 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे. वे अपनी बेबाकी और व्यवस्थागत अनियमितताओं को उजागर करने के लिए जाने जाते थे. उनकी पत्नी, आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार, जापान की यात्रा पर थीं. उनकी छोटी बेटी घर पर थी. दोपहर करीब 2 बजे बेसमेंट में गई और अपने पिता को खून से लथपथ सोफे पर पड़ा पाया. उसने तुरंत सुरक्षाकर्मियों को सूचित किया, जो घटनास्थल पर पहुँचे.
पूरन कुमार कौन थे?
मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले और अनुसूचित जाति समुदाय से ताल्लुक रखने वाले पूरन कुमार ने बी.ई. (कंप्यूटर साइंस) की डिग्री हासिल की और आईआईएम अहमदाबाद से स्नातक किया. अपने पूरे करियर के दौरान, उन्होंने अपने ही विभाग के खिलाफ कई कानूनी लड़ाइयाँ लड़ीं. उन्होंने एक बार हरियाणा के तत्कालीन डीजीपी मनोज यादव पर भेदभाव का आरोप लगाया था और इस मामले में अदालत का दरवाजा भी खटखटाया था. हाल ही में, उनका तबादला आईजी, रोहतक रेंज से सुनारिया स्थित प्रशिक्षण केंद्र में कर दिया गया है. पूरन कुमार और उनकी पत्नी की दो बेटियाँ हैं. बड़ी बेटी विदेश में पढ़ाई कर रही है, जबकि छोटी बेटी अपने परिवार के साथ चंडीगढ़ में रहती है.
रोहतक एसपी ने क्या कहा
रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया ने बताया कि राज्य पुलिस ने सोमवार को हेड कांस्टेबल सुशील कुमार को रोहतक के एक शराब कारोबारी से कथित तौर पर रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया. बिजारनिया ने बताया कि सुशील पहले वाई. पूरन कुमार के साथ काम करते थे. हालाँकि, रोहतक रेंज से तबादले के बाद भी पूरन कुमार ने बिना किसी आधिकारिक आदेश के सुशील को अपने यहाँ बनाए रखा. सोमवार को हमें एक शराब कारोबारी की शिकायत और वीडियो फुटेज मिली, जिसमें आरोप लगाया गया था कि सुशील ₹2.5 लाख प्रति माह की रिश्वत मांग रहे थे. कारोबारी ने आरोप लगाया कि सुशील वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार के नाम पर रिश्वत मांग रहे थे.
अभी तक कोई नोटिस जारी नहीं किया गया
उन्होंने आगे बताया कि हमने लिखित शिकायत और वीडियो फुटेज के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की, जिसके आधार पर हमने सुशील को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की. उसने वाई. पूरन कुमार के नाम पर रिश्वत लेने की बात कबूल की. सुशील को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.