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Bharat Band: राजधानी रांची में बंद का दिखा व्यापक असर, समर्थकों ने किया सड़क जाम, टायर फूंके

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Bharat Band: एससी-एसटी (SC-ST)के आरक्षण (Reservation) को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसला के विरोध में आज भारत बंद (Bharat Bandh) का आवाह्न किया गया है. इसके मद्देनजर झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) भी हाई अलर्ट पर है.

राजधानी रांची समेत राज्य के सभी जिलों में बंद समर्थकों से सख्ती से निपटने के निर्देश जारी किए गए हैं. बंद समर्थकों द्वारा किसी भी तरह के उत्पात को रोकने के लिए राजधानी रांची में 1500 से अधिक बलों की तैनाती की गई है. बलों में रैफ, जैप, आईआरबी, जिला सशस्त्र पुलिस, झारखंड जगुआर और क्यूआरटी शामिल हैं.

राजधानी रांची में बंद पर नजर रखने के लिए विभिन्न चौक-चौराहों पर स्टैटिक बलों (Static Forces) की तैनाती की गई है. रांची के एसपी चंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि बंद को देखते हुए बुधवार सुबह से ही पूरे शहर में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है. वहीं सभी थाना प्रभारियों को अपने अहने क्षेत्र में भ्रमणशील रहने का निर्देश दिया गया है. उत्पात और तोड़फोड़ करने वाले बंद समर्थकों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं. एसपी ने बताया कि अल्बर्ट एक्का चौक पर दमकल और वाटर कैनन की भी तैनाती की गई है.

भारत बंद को लेकर कंट्रोल रूम से की जा रही है निगरानी

सीसीटीवी के जरिए राजधानी रांची के चप्पे-चप्पे पर कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही है. भारत बंद के समर्थन में आज राजधानी रांची में जगह-जगह लोग टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही आने-जाने वाले वाहनों को भी रोका जा रहा है. जिससे आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है. रांची के चौक-चौराहों पर अनुभवी फोटोग्राफरों को तैनात किया गया है. साथ ही हर जगह वीडियोग्राफी भी की जा रही है. ताकि असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा सके.

बस स्टैंड पर पसरा सन्नाटा

रांची के सरकारी बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा है. लोगों को भारत बंद के बारे में पहले से ही पता था, इसीलिए लोग आज बाहर नहीं निकल रहे हैं. लेकिन कुछ लोग अभी भी बस स्टैंड आ रहे हैं. लेकिन बंद के कारण वे बस स्टैंड पर ही फंस गए हैं. जिसके कारण लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है.

ओबीसी मोर्चा ने किया समर्थन

रांची के हरमू चौक पर बंद का समर्थन करने आए लोगों का कहना है कि हमें यह सुझाव पसंद नहीं है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से लेकर केंद्र सरकार (Central government) तक सब इसमें शामिल हैं. इसलिए हम आज भारत बंद (Bharat Bandh) के समर्थन में आ रहे हैं. इस तरह से जाति के आधार पर बंटवारा कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इसलिए हम आज बंद का समर्थन कर अपने हक की मांग कर रहे हैं.

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