झारखण्ड में आदिवासियों को नहीं मिल रहा न्याय, पाकुड़ दौरे पर हिमंता बिस्वा सरमा ने Hemant Soren पर बोला हमला
Pakur: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा पाकुड़ के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एसपीटी एक्ट लागू होने के बाद भी आदिवासियों को न्याय नहीं मिल रहा है. हिमंता ने हेमंत सोरेन सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार दावा करती है कि वह आदिवासियों की सरकार है. यह आदिवासियों के हितों की रक्षा करने वाली सरकार है. लेकिन इसके उलट पाकुड़ में जो हो रहा है, वह अविश्वसनीय है.
संताल में बदल रही है डेमोग्राफी
हिमंता बिस्वा सरमा ने पाकुड़ दौरे के दौरान हेमंत सोरेन सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पूरे संथाल परगना में डेमोग्राफी बदली जा रही है. उन्होंने पाकुड़ हिंसा के पीड़ितों को भाजपा की ओर से एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता और कानूनी लड़ाई में मदद देने की घोषणा की. पाकुड़ पहुंचे हिमंता सरमा को हिंसाग्रस्त गोपीनाथपुर गांव में जाने नहीं दिया गया. इस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री को कहीं जाने से कैसे रोका जा सकता है. सरमा ने कहा कि अगर हेमंत सोरेन कभी असम आएंगे तो हम उन्हें कहीं जाने से नहीं रोकेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि वह गांव में नहीं जा सकते, क्योंकि घुसपैठिए उत्पात मचा सकते हैं. इस पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अगर एक मुख्यमंत्री घुसपैठियों के डर से झारखंड के एक गांव में नहीं जा सकता तो राज्य की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है. दरअसल बकरीद के बाद पाकुड़ के गोपीनाथपुर गांव में दो पक्षों के बीच हिंसा हुई थी. इसके बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया था. बीजेपी ने आरोप लगाया था कि बांग्लादेशी घुसपैठियों ने आदिवासी समुदाय पर हमला किया है. जिसके बाद इस मुद्दे पर सदन से सड़क तक सियासत गरमा गई थी.