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आलमगीर आलम के इस्तीफे के बाद सियासी हलचल तेज, मंत्री बनने के रेस में ये नेता

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Ranchi : कांग्रेस कोटे से मंत्री आलमगीर आलम ने जेल से अपना त्यागपत्र भेज दिया है. साथ हा उन्होंने कांग्रेस विधायक के नेता के पद से भी त्याग पत्र दे दिया है, और इसे स्वीकार भी कर लिया गया है. आज इस संबंध में अधिसूचना भी जारी हो सकती है.

मंत्री बनने के रेस में ये दिग्गज

अब आलमगीर आलम के इस्तीफे के बाद झारखंड कैबिनेट में सीएम चंपाई सोरेन समेत 10 मंत्री ही रह गए हैं. चूंकि कैबिनेट में एक पद पहले से ही खाली था. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि एक मंत्री कांग्रेस कोटे से और एक मंत्री जेएमएम कोटे से होगा. इस बात की चर्चा तेज है कि गांडेय उपचुनाव जीतकर विधायक बनी कल्पना सोरेन को मंत्री बनाया जा सकता है. कांग्रेस कोटे से मंत्री बनने के लिए इरफान अंसारी का नाम सबसे आगे चल रहा है. इरफान अंसारी अल्पसंख्यक कोटे से मंत्री बनना चाहते हैं. वहीं महगामा से विधायक दीपिका पांडेय सिंह का नाम भी मंत्री बनने की रेस में आगे आ रहा है.

15 मई को गिरफ्तार हुए थे आलमगीर आलम

ईडी ने पूछताछ के बाद 15 मई को ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया था. उनके ओएसडी संजीव लाल और उनके नौकर के घर पर छापेमारी के दौरान ईडी की टीम को भारी मात्रा में कैश मिला था. इससे पहले 6 मई को मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर जहांगीर आलम के घर पर छापेमारी के दौरान ईडी ने करीब 35 करोड़ रुपये बरामद किए थे. इस छापेमारी के बाद संजीव लाल और जहांगीर आलम को गिरफ्तार भी किया गया था. ईडी ने इस जांच में कई अनियमितताएं पकड़ी हैं. जिसमें टेंडर मैनेज से लेकर कमीशनखोरी के खेल में मंत्री आलमगीर आलम की संलिप्तता बताई जा रही है. हालांकि मंत्री पूरे मामले में खुद को निर्दोष बताते रहे हैं.

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