डुमरी विधायक जयराम ने विधानसभा में उठाया पारा शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि का मुद्दा, स्थायीकरण की रखी मांग
Ranchi : झारखंड विधानसभा बजट सत्र के 12वें दिन सदन में डुमरी विधायक जयराम महतो ने विधानसभा में पारा शिक्षकों का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि पारा शिक्षक जिन्हें सहायक शिक्षक के नाम से जाना जाता है, पिछले दो दशकों से झारखंड की शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ हैं. स्कूलों में पढ़ाने के अलावा पारा शिक्षकों ने जनगणना, गिनती और अन्य सरकारी कार्यों में अपनी भूमिका निभाई है. उन्होंने अपने जीवन के दो दशक, अपनी जवानी और अपनी ऊर्जा राज्य की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में लगा दी है. राज्य सरकारों के उदासीन रवैये के कारण पारा शिक्षक लाचार और बेचारे हो गए हैं.
चुनाव से पहले वर्तमान सरकार के मंत्री ने कहा था कि उनके मानदेय में 50 हजार रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी, लेकिन स्थिति जस की तस है. लगभग 60 हजार पारा शिक्षकों को वर्तमान राज्य सरकार से न्याय की उम्मीद है. मैं सरकार से मांग करता हूं कि पारा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाया जाए और उन्हें स्थायी किया जाए. मैं उनकी आकस्मिक मृत्यु पर परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग करता हूं.