बड़ी खबर : झारखंड एकेडमिक काउंसिल 10वीं की दो परीक्षाएं की रद्द, बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार को घेरा
Ranchi : झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 10वीं की दो परीक्षाएं रद्द कर दी है. आज यानी कि 20 फरवरी को आयोजित विज्ञान की परीक्षा व 16 फरवरी को हुई हिंदी की परीक्षा को रद्द कर दिया है. बता दें कि दो दिन पहले ही मैट्रिक विज्ञान की परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. जिसके बाद JAC ने मामले की जांच की और जांच में पेपर लीक की बात सही पायी गई. अब सैद्धांतिक विज्ञान का पेपर लीक होने से हड़कंप मच गया है.

JAC के अध्यक्ष नटवा हांसदा ने बताया कि गुरुवार को सुबह 9.45 बजे जब प्रश्नपत्र खोला गया तो उसका मिलान किया गया और मामला सही पाया गया. मुख्य सचिव अलका तिवारी ने इसको लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक भी की. इसके बाद दोनों पेपर को रद्द कर दिया गया. JAC के अध्यक्ष नटवा हांसदा का कहना है कि मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी भी बनाई जाएगी.
आपको बता दें कि 18 फरवरी को गिरिडीह में प्रश्नपत्र लीक होने की खबरें आई थीं. कई छात्रों से तीन हजार रुपये भी लिए गए थे. उस समय JAC और गिरिडीह जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रश्नपत्र लीक की खबर का खंडन किया था. छात्र नेता देवेंद्र महतो ने भी JAC सचिव से मुलाकात कर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी थी.
जैक सचिव जयंत मिश्रा को बताया गया कि 18 फरवरी को हिंदी विषय की परीक्षा का प्रश्नपत्र एक दिन पहले यानी 17 फरवरी की रात को लीक हो गया था. JAC सचिव से मुलाकात के दौरान देवेंद्र नाथ महतो ने पूरे मामले में तत्काल कार्रवाई का आग्रह किया था. उन्होंने व्हाट्सऐप पर वायरल विज्ञान सिद्धांत का प्रश्नपत्र भी दिखाया.
जानिए बाबूलाल मरांडी ने क्या कहा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर सरकार पर हमला बोला और लिखा कि पेपर लीक माफिया के रूप में कुख्यात हेमंत सरकार ने झारखंड को फिर से शर्मसार किया है. शायद यह पहली बार है कि झारखंड में मैट्रिक परीक्षा का पेपर लीक हुआ है.
आज सुबह से ही सोशल मीडिया पर विज्ञान विषय का पेपर वायरल हो रहा था. परीक्षा शुरू होने के बाद जब प्रश्नपत्र का मिलान किया गया तो वह बिल्कुल वैसा ही पाया गया.
इस बात की पूरी संभावना है कि JSSC-CGL परीक्षा का पेपर लीक करने वाले मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM के करीबी गिरोह ने मैट्रिक परीक्षा पेपर लीक कांड को अंजाम दिया है!
जैक अध्यक्ष ने भी किया स्वीकार
जैक अध्यक्ष ने भी स्वीकार किया है कि प्रश्नपत्र प्राप्त हुआ था, जबकि शिक्षा विभाग के अधिकारी इस पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहे हैं. मैट्रिक परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने की घटना अस्वीकार्य है. शिक्षा मंत्री और जेएसी अध्यक्ष को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. राज्य सरकार को इस प्रश्नपत्र लीक मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए.