Maha Kumbh 2025: महाकुंभ भगदड़ में 30 लोगों की मौत, सीएम योगी ने बताया कैसे हुए हादसा, न्यायिक जांच आयोग गठित, VIDEO
Maha Kumbh stampede : महाकुंभ भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई, जबकि घायलों की संख्या 60 है. मौनी अमावस्या पर महाकुंभ मेले में संगम तट पर मची भगदड़ पर बयान देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए. इसके बाद सीएम योगी ने खुद को संभालते हुए कहा कि यह घटना दुखद है, हृदय विदारक है. उन सभी परिवारों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है. हम रात से ही मेला प्रशासन के संपर्क में हैं. मेला प्राधिकरण, पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत अन्य सभी व्यवस्थाएं वहां तैनात कर दी गई हैं.
महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में हुई घटना अत्यंत दु:खद है, मर्माहत करने वाली है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 29, 2025
मृतकों को विनम्र श्रद्धांजलि व मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं… pic.twitter.com/IuJ8Sz2GTh
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है. जिसमें पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस डीके सिंह को समिति में शामिल किया गया है. इसके साथ ही मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. हादसे की विस्तृत जांच कराई जाएगी. प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक कल घटनास्थल का दौरा करेंगे. पुलिस भी जांच करेगी कि हादसा कैसे हुआ.
सीएम योगी ने कहा कि कल सुबह 7 बजे से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान कर रहे थे. बड़ी संख्या में श्रद्धालु ब्रह्म मुहूर्त का भी इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान अखाड़ा मार्ग पर संगम तट पर यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ. जिसमें 90 से अधिक लोग गंभीर या सामान्य रूप से घायल हो गए. भीड़ द्वारा अखाड़ा मार्ग की बैरिकेडिंग तोड़ने और फिर उस पर कूदने के कारण यह हादसा हुआ. इस हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई है. 36 घायलों का इलाज चल रहा है. बाकी घायलों को उनके परिजन ले गए हैं. सीएम योगी ने कहा कि हादसे के 5 मिनट के अंदर ही एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई और पुलिसकर्मियों व पीड़ितों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. इस दौरान अमृत स्नान सुचारू रूप से चलता रहा. सभी अखाड़ों के संतों और शंकराचार्यों के साथ करीब 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया.
उन्होंने कहा कि वे रात साढ़े 3 बजे से ही वॉर रूम से अधिकारियों को निर्देश देते रहे. प्रधानमंत्री मोदी को 4 बार फोन पर हादसे, राहत और बचाव कार्यों का अपडेट दिया. गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी फोन पर घटना की जानकारी दी गई.
सीएम योगी ने कहा कि मेला प्रशासन और मेला पुलिस की सजगता और तत्परता के कारण यह बड़ा हादसा होने से बच गया. वह खुद इस घटना की पल-पल की रिपोर्ट लेते रहे. सुबह घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने अधिकारियों से अपडेट लिया और सुबह-सुबह अपने सरकारी आवास पर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी, एडीजी कानून-व्यवस्था के साथ उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और जरूरी निर्देश दिए. सीएम योगी ने कहा कि इन मुद्दों पर सवाल उठना स्वाभाविक है.
