JSSC CGL: आज अभ्यर्थियों के उग्र आंदोलन की आशंका, JSSC कार्यालय की सुरक्षा टाइट, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
JSSC CGL में कथित पेपर लीक का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है. आज रांची में विभिन्न जिलों से अभ्यर्थी जुटने वाले हैं. परीक्षा परिणाम के विरोध में छात्र आज रांची के नामकुम स्थित JSSC कार्यालय में जुटने वाले हैं. इसको लेकर छात्रों ने कहा है कि वे कार्यालय का घेराव करेंगे. वहीं प्रशासन भी इसको लेकर अलर्ट मोड में है.
शनिवार को DIG अनूप बिरथरे ने किया कार्यालय का निरीक्षण
शनिवार को DIG अनूप बिरथरे ने नामकुम स्थित आयोग कार्यालय का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया. साथ ही सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को भी DIG ने जरूरी निर्देश दिए. आयोग कार्यालय से 100 मीटर पहले ही किसी भी तरह की आवाजाही रोक दी गई है. दो लेयर की बैरिकेडिंग की गई है. सुरक्षा के लिए डेढ़ हजार जवानों को तैनात किया गया है. मामले को बढ़ता देख सीएम हेमंत सोरेन ने भी सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं.
जेएलकेएम ने किया आंदोलन का ऐलान
जेएलकेएम नेता देवेंद्र नाथ महतो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रविवार 15 दिसंबर को छात्र रांची आएंगे और 16 दिसंबर से लोकतांत्रिक तरीके से कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे. JSSC-CGL अभ्यर्थियों के आंदोलन को देखते हुए सीएम हाउस, सीएम सचिवालय और राजभवन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
आयोग ने लीक के सभी आरोपों को नकारा
इस बीच, आयोग ने भी शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पेपर लीक के सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया. आयोग के सचिव ने कहा कि 21 और 22 सितंबर को हुई परीक्षा में किसी तरह की कोई अनियमितता नहीं हुई है. उन्होंने परीक्षा के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए अभ्यर्थियों की जानकारी देते हुए बताया कि 2231 अभ्यर्थियों में से 2145 झारखंड के निवासी हैं और इनमें से 83 फीसदी आरक्षित वर्ग से हैं.
छात्र क्यों कर रहे हैं विरोध?
झारखंड कर्मचारी आयोग ने 21 और 22 सितंबर 2024 को JSSC CGL परीक्षा आयोजित की थी. छात्रों का कहना है कि परीक्षा के दिन इंटरनेट बंद करके पेपर लीक कर बेचा गया. वहीं, आयोग ऐसे सभी आरोपों से इनकार करता रहा है. वहीं, चुनाव खत्म होने के बाद आयोग ने परीक्षा के शॉर्टलिस्टेड छात्रों की सूची जारी कर दी है और उन्हें 16 दिसंबर से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया है. आपको बता दें कि इससे पहले भी जनवरी में परीक्षा ली गई थी जिसमें पेपर लीक हुआ था.