पाकिस्तान: रमजान से पहले मस्जिद में बम ब्लास्ट, जुमे की नमाज के दौरान विस्फोट, 5 की मौत, 20 जख्मी
inlive247 Desk : पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से बड़ी खबर सामने आयी है. जहां नौशेरा जिले के दारुल उलूम हक्कानिया में हुए आत्मघाती विस्फोट में जेयूआई-एस नेता मौलाना हमीदुल हक हक्कानी समेत कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई. वहीं 20 लोग घायल हो गए. यह विस्फोट अकोरा खट्टक के मदरसा-ए-हक्कानिया में शुक्रवार की नमाज के दौरान हुआ. खैबर पख्तूनख्वा के मुख्य सचिव शहाब अली शाह ने विस्फोट में मदरसे के केयरटेकर और जमीयत उलेमा इस्लाम (सामी समूह) के प्रमुख हमीदुल हक हक्कानी की मौत की पुष्टि की.
पीटीआई के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा के आईजीपी जुल्फिकार हमीद ने कहा कि विस्फोट आत्मघाती हमलावर का होने का संदेह है, जिसमें हमीदुल हक को निशाना बनाया गया. हमने हमीदुल हक को छह सुरक्षा गार्ड मुहैया कराए थे. विस्फोट शुक्रवार की नमाज के दौरान हुआ. बचाव दल मौके पर पहुंचे और शवों और घायलों को अस्पताल पहुंचाया. वहीं हादसे के बाद नौशेरा और पेशावर दोनों अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है.
काजी हुसैन मेडिकल कॉम्प्लेक्स के एक डॉक्टर के अननुसार कम से कम 20 लोग घायल हैं और पांच शवों को अस्पताल लाया गया है. खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर और राज्यपाल फैसल करीम कुंदी ने आत्मघाती विस्फोट की निंदा की है. जेयूआईएफ नेताओं ने घायलों के लिए रक्तदान की अपील की है.
आपको बता दें कि मौलाना हक्कानी एक राजनेता और इस्लामिक विद्वान हैं, जिन्होंने नवंबर 2002 से 2007 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में कार्य किया. वह अपने पिता मौलाना समीउल हक की हत्या के बाद जामिया दारुल उलून हक्कानिया के कुलपति और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (सामी) के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर रहे थे.
मदरसे की वेबसाइट के अनुसार, इसकी स्थापना सितंबर 1947 में इस्लामिक विद्वान मौलाना अब्दुल हक हक्कानी ने की थी. मदरसा पहले भी विवादों में रहा है क्योंकि इसके छात्रों पर पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या में शामिल होने का आरोप है. हालांकि, मदरसे ने संदिग्धों के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है.