चुनाव आयोग ने जेएमएम-कांग्रेस की शिकायत पर लिया संज्ञान, बीजेपी को सोशल मीडिया से तुरंत पोस्ट हटाने का दिया निर्देश
Jharkhand Assembly Election 2024 : झारखंड विधानसभा चुनाव के बीच चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया पर भाजपा की ओर से की गई पोस्ट पर सख्त कार्रवाई की है. कांग्रेस और झामुमो की शिकायतों के बाद चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को आदेश दिया है कि वह भाजपा की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डाली गई विवादित पोस्ट को तुरंत हटा दें और संबंधित पार्टी को नोटिस जारी करें.
सांप्रदायिक और भ्रामक सामग्री का आरोप
कांग्रेस और जेएमएम ने आरोप लगाया था कि बीजेपी के सोशल मीडिया हैंडल खासकर ट्विटर और फेसबुक पर शेयर किए गए वीडियो पोस्ट सांप्रदायिक और भ्रामक थे, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं. इन पोस्ट के जरिए मतदाताओं को गुमराह करने और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने की कोशिश की गई. चुनाव आयोग ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया और इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए. आयोग ने कहा कि इन पोस्ट को हटाना जरूरी है क्योंकि इनमें चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की क्षमता है.
झामुमो ने लगाए गंभीर आरोप
झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने आरोप लगाया कि भाजपा झारखंड के सोशल मीडिया अकाउंट से झूठी और सांप्रदायिक सामग्री फैला रही है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 16 नवंबर को रात 11:22 बजे पोस्ट किए गए एक वीडियो में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर झूठे आरोप लगाए गए, जिससे समाज में तनाव पैदा होने की आशंका थी. इन आरोपों को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने सीईओ को भाजपा को नोटिस जारी कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही आयोग ने भाजपा के सोशल मीडिया पोस्ट को तत्काल हटाने का भी आदेश दिया है.
आचार संहिता का उल्लंघन
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई आचार संहिता के उल्लंघन के तहत की जा रही है और किसी भी तरह की भ्रामक या सांप्रदायिक सामग्री को चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप के रूप में देखा जाएगा. आयोग ने इस मामले में झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सख्त निर्देश दिए और कहा कि ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए कड़ी निगरानी की जाए.