8 महीने जेल में रहने के बाद IAS पूजा सिंघल की बड़ी वापसी, कार्मिक विभाग में देंगी योगदान, जानिए पूरी कहानी
Ranchi: झारखंड कैडर की निलंबित IAS पूजा सिंघल का निलंबन वापस ले लिया गया है. मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता वाली समिति ने उन्हें निलंबन से मुक्त करने की अनुशंसा की थी. जिसके बाद कार्मिक विभाग ने 21 जनवरी को पूजा सिंघल का निलंबन वापस ले लिया. इस संबंध में कार्मिक, प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है. पूजा सिंघल को फिलहाल कार्मिक विभाग में नई पोस्टिंग दी गई है.
पूजा सिंघल को 7 दिसंबर को मिली थी जमानत
इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग मामले में करीब 28 महीने जेल में बंद पूजा सिंघल को कोर्ट ने 7 दिसंबर 2024 को जमानत दे दी थी. पूजा सिंघल ने नए कानून के तहत हिरासत के आधार पर जेल से रिहाई की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था. भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) के एक प्रावधान के तहत राहत दी गई थी, जिसमें प्रावधान है कि अगर कोई आरोपी लंबे समय से जेल में है और उस मामले में दी जाने वाली कुल सजा का एक तिहाई हिस्सा काट चुका है, तो उसे जमानत दी जा सकती है. कोर्ट ने 2-2 लाख रुपये के निजी मुचलके और पासपोर्ट जमा करने की शर्त पर जमानत दी थी.
पूजा सिंघल को 11 मई 2022 को गिरफ्तार किया गया था
पूजा सिंघल को 11 मई 2022 को ईडी ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद राज्य सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था. निलंबन से पहले पूजा सिंघल झारखंड की उद्योग सचिव के साथ खान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव थीं. इसके अलावा वे झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रही थीं.
पूजा सिंघल के करीबियों के घर से नकदी बरामद हुई
मनरेगा फंड गबन मामले में की गई छापेमारी में पूजा सिंघल के करीबियों के घर से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद हुई है. रांची के चार्टर्ड अकाउंटेंट के घर पर छापेमारी में 19 करोड़ 31 लाख रुपये बरामद किए गए. आरोपी सीए सुमन कुमार पूजा सिंघल का करीबी बताया जा रहा है.
वैसे पूजा सिंघल को बहुमुखी प्रतिभा वाली नौकरशाह के रूप में जाना जाता है. उनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं. उन्होंने मात्र 21 साल की उम्र में संघ लोक सेवा आयोग (IAS) की परीक्षा पास की थी.
