राजस्थान में 20 लोग ज़िंदा जले, मंजर देख दहल गया दिल, देखें विडियो
inlive247 desk: राजस्थान के जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर मंगलवार दोपहर हुई भयानक दुर्घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया है. एक AC बस देखते ही देखते आग के गोले में बदल गई, जिसमें 20 यात्रियों की जलकर मौत हो गई और 16 से ज़्यादा लोग झुलस गए हैं. चश्मदीदों के मुताबिक, आग इतनी तेज़ थी कि किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला.
पोकरण के विधायक प्रताप पुरी ने जो जानकारी दी है, वह और भी दिल दहला देने वाली है—बस के अंदर से 19 शव निकाले गए, जबकि एक यात्री ने जोधपुर ले जाते समय दम तोड़ दिया. हालात इतने ख़राब थे कि मृतकों की पहचान के लिए अब DNA टेस्ट करवाया जाएगा.
AC यूनिट से शुरू हुई आग? 57 लोग थे सवार
अधिकारियों ने बताया कि यह बस जैसलमेर से जोधपुर जा रही थी और इसमें 57 लोग सवार थे.
यह हादसा तब शुरू हुआ जब दोपहर क़रीब 3:30 बजे यात्रियों ने बस के पीछे के हिस्से में धुआँ देखा. बस जैसलमेर से बस 20 किलोमीटर ही आगे निकली थी, लेकिन आग ने कुछ ही मिनटों में पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया. यात्री बस से उतरने की कोशिश करते, उससे पहले ही आग तेज़ी से फैल चुकी थी.
जैसलमेर नगर परिषद के फायर अधिकारी कृष्णपाल सिंह राठौर के मुताबिक, घायलों में 4 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं. शक जताया जा रहा है कि आग की शुरुआत बस के एयर कंडीशनिंग (AC) यूनिट में हुई थी.
“लोग चीख रहे थे“: बाइक पर झुलसे व्यक्ति को लेकर भागा ग्रामीण
घटनास्थल के पास मौजूद एक व्यक्ति ने बताया, “जब मैंने बस को देखा, तब वह पूरी जल रही थी और अंदर लोग चीख रहे थे. मैं तुरंत भागा. एक आदमी ज़मीन पर गिरकर बेसुध हो गया था. मैंने एक गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति को अपनी बाइक पर बिठाया और सीधे अस्पताल पहुँचाया.”
घायलों के चेहरे, हाथ और पैर बुरी तरह झुलस गए हैं.
16 घायलों के लिए बना ‘ग्रीन कॉरिडोर’
हादसे की जानकारी मिलते ही सबसे पहले स्थानीय लोगों और राहगीरों ने मदद की. बाद में, प्रशासन ने 16 गंभीर घायलों को जैसलमेर से 250 किमी दूर जोधपुर भेजने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 125 पर ग्रीन कॉरिडोर बना दिया. आठ एंबुलेंस घायलों को लेकर फुल स्पीड में भागीं, ताकि उन्हें समय पर इलाज मिल सके.
CM भजन लाल शर्मा ने जताया दुःख
इस हृदय विदारक घटना की ख़बर मिलते ही मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने गहरा दुख जताया. उन्होंने पीड़ित परिवारों को संवेदना देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों को बेहतरीन इलाज दिया जाए और प्रभावितों को हर संभव मदद मिले. हालात की गंभीरता को देखते हुए, मुख्यमंत्री ख़ुद जैसलमेर के लिए तुरंत रवाना हो गए थे.