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734 करोड़ GST घोटाला: ED ने 15.41 करोड़ की संपत्ति जब्त, मास्टरमाइंड अमित गुप्ता समेत कई गिरफ्तार

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inlive247 desk: झारखंड और बंगाल को हिला देने वाले 734 करोड़ रुपये के GST घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ा एक्शन लिया है. ईडी ने शुक्रवार को 15.41 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है. बताया जा रहा है कि ये संपत्तियां घोटाले से अवैध तरीके से कमाई गई रकम से खरीदी गई थीं.

एजेंसी का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. जांच में सामने आया है कि एक संगठित सिंडिकेट ने 135 फर्जी कंपनियां बनाकर इस घोटाले को अंजाम दिया. फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के जरिए लगभग 734 करोड़ रुपये का GST घोटाला किया गया और करीब 67 करोड़ रुपये का कमीशन कमाया गया.

जब्त संपत्तियां और मास्टरमाइंड

ईडी की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, 29 सितंबर 2025 को कोलकाता और हावड़ा में 15.41 करोड़ रुपये मूल्य की 10 अचल संपत्तियां जब्त की गईं. ये संपत्तियां गिरोह के मास्टरमाइंड अमित गुप्ता और उसके सहयोगियों की बताई जा रही हैं.

जांच से खुलासा हुआ कि गिरोह ने झारखंड, बंगाल और दिल्ली में 135 फर्जी कंपनियों का नेटवर्क बनाकर फर्जी GST इनवॉइस तैयार किए और सरकारी खजाने को भारी चपत लगाई.

कैसे किया गया घोटाला?

  • बिना किसी वास्तविक सप्लाई के फर्जी GST चालान जारी किए गए.
  • इन चालानों के जरिए नकली ITC तैयार कर कंपनियों को बेचा गया.
  • कंपनियों ने इस ITC का इस्तेमाल टैक्स चोरी के लिए किया.
  • इस सिंडिकेट ने कमीशन के रूप में 67 करोड़ रुपये कमाए.

ईडी का कहना है कि अमित गुप्ता ने इस पैसे को वैध दिखाने के लिए अचल संपत्तियां खरीदीं और जांच शुरू होने के बाद उन्हें अपने रिश्तेदारों और सहयोगियों के नाम पर ट्रांसफर कर दिया.

गिरफ्तारियां और पहले की कार्रवाई

इस साल 8 मई 2025 को ईडी ने तलाशी अभियान चलाकर मुख्य मास्टरमाइंड शिव कुमार देवड़ा, मोहित देवड़ा, अमित गुप्ता और अमित अग्रवाल उर्फ विक्की भालोटा को गिरफ्तार किया था. ये सभी अभी न्यायिक हिरासत में हैं.

ईडी पहले ही इनके खिलाफ रांची की स्पेशल PMLA कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. वहीं, सिंडिकेट प्रमुख शिव कुमार देवड़ा की 5.20 करोड़ की संपत्ति पहले ही कुर्क की जा चुकी है.

नवीनतम कुर्की (15.41 करोड़ रुपये की संपत्तियां) ईडी के चल रहे ऑपरेशन का हिस्सा है, जिसके जरिए घोटाले की पूरी रकम का पता लगाने की कोशिश हो रही है.

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