सैफ अली खान पर अटैक केस में फंसे संदिग्ध का छलका दर्द, कहा- शादी टूटी, नौकरी भी गई, जिंदगी हुआ बर्बाद
Mumbai : सैफ अली खान पर अटैक केस के फंसे संदिग्ध आकाश कनौजिया का दर्द छलका है. उनका कहना है कि पुलिस की कार्रवाई के बाद उसकी जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है. दरअसल सैफ अली खान पर हमले में पुलिस द्वारा पहले हिरासत में लिए गए संदिग्ध शख्स ने न्याय की मांग की है. बता दें कि सैफ अली खान हमला मामले में बांग्लादेशी आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद पुलिस की हिरासत में है. लेकिन शरीफुल को गिरफ्तार करने से पहले पुलिस ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक व्यक्ति को संदिग्ध के तौर पर हिरासत में लिया था. बाद में उसे छोड़ दिया गया. लेकिन तब तक संदिग्ध की तस्वीर पूरे मीडिया में फैल चुकी थी. उसकी पहचान लीक होने की वजह से संदिग्ध को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मीडिया से बात करते हुए शख्स ने पुलिस पर अपना गुस्सा जाहिर किया है. उसके मुताबिक पुलिस की वजह से उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई है. उसने न्याय की मांग की है. शख्स का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई के बाद उसकी जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है. उसकी नौकरी चली गई है. होने वाली दुल्हन और उसके परिवार ने शादी तोड़ दी है. उसके परिवार को बदनामी का सामना करना पड़ रहा है.
पेशे से ड्राइवर है आकाश कनौजिया
आकाश कनौजिया की उम्र 31 साल है. वह पेशे से ड्राइवर है. मुंबई पुलिस से सूचना मिलने के बाद रेलवे सुरक्षा बल ने 18 जनवरी को दुर्ग स्टेशन पर मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनस-कोलकाता शालीमार ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से आकाश को हिरासत में लिया. फिर 19 जनवरी की सुबह मुंबई पुलिस ने थाने से बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद को हिरासत में लिया. जिसके बाद दुर्ग रेलवे सुरक्षा बल ने हिरासत से आकाश को छोड़ दिया.
इस पूरे मामले पर कनौजिया ने कहा- जैसे ही मीडिया ने मेरी तस्वीर दिखानी शुरू की, दावा किया कि मैं सैफ अली खान पर हमले का मुख्य आरोपी हूं, यह जानकर मेरे परिवार को झटका लगा. वे रो रहे थे. मुंबई पुलिस की एक गलती ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी. उन्होंने ध्यान नहीं दिया कि मेरी मूंछें हैं. जबकि सैफ की बिल्डिंग के सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे शख्स की मूंछें नहीं थीं.
सैफ पर हमले के बाद मुझे पुलिस का फोन आया और मुझसे पूछा कि मैं कहां हूं. मैंने उन्हें बताया कि मैं घर पर हूं, जिसके बाद मेरा फोन काट दिया गया. जब मुझे दुर्ग में हिरासत में लिया गया, तो मैं अपनी होने वाली दुल्हन से मिलने जा रहा था. पुलिस मुझे हिरासत में लेकर रायपुर ले गई. तभी मुंबई पुलिस की टीम वहां पहुंच गई. मेरे साथ मारपीट की गई. पुलिस हिरासत से रिहा होने के बाद मेरी मां ने मुझे घर आने को कहा लेकिन उसके बाद मेरी जिंदगी में उथल-पुथल मच गई.
कनौजिया ने कहा- जब मैंने अपने नियोक्ता को फोन किया, तो उन्होंने मुझे काम पर न आने के लिए कहा. उन्होंने मेरी कोई बात नहीं सुनी. मेरी दादी ने मुझे बताया कि मेरी गिरफ्तारी के कारण लड़की के परिवार ने रिश्ता आगे न बढ़ाने का फैसला किया है. लंबे इलाज के बाद मेरे भाई की मौत हो गई. जिसके कारण परिवार को घर एक चॉल में रहने को मजबूर होना पड़ा.
मेरी योजना है कि मैं सैफ अली खान की बिल्डिंग के बाहर खड़ा होकर नौकरी मांगूंगा, क्योंकि मेरे साथ जो कुछ भी हुआ है, उनकी वजह से मैंने अपना सब कुछ खो दिया है. कनौजिया ने इसे ईश्वर की कृपा माना कि हिरासत में लिए जाने के कुछ ही घंटों बाद शरीफुल को गिरफ्तार कर लिया गया.
