Monsoon Update : आज केरल में दस्तक देगा मानसून, गर्मी के सितम से मिलेगी राहत
IMD Monsoon Latest Updates: देश में मानसून की स्थिति को लेकर भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बड़ा अपडेट दिया है. भीषण गर्मी से जूझ रहे देश को राहत मिलने की उम्मीद है. IMD ने कहा कि महज कुछ घंटों में मानसून के केरल और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में पहुंचने की उम्मीद है.
आज केरल और पूर्वोत्तर में दस्तक दे सकता है मानसून
दक्षिण-पश्चिम मानसून पूर्वानुमान से एक दिन पहले गुरुवार को केरल तट और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में दस्तक दे सकता है. मौसम विभाग ने बुधवार को कहा, “अगले 24 घंटों के दौरान केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल रहेंगी.” मौसम विभाग ने 15 मई को केरल में 31 मई तक मानसून के आगमन का अनुमान लगाया था.
उत्तर और मध्य भारत में लू का कहर गुरुवार से धीरे-धीरे कम होने लगेगा. अगले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी. हालांकि, तब तक भीषण गर्मी का दौर जारी रह सकता है. मौसम विभाग ने बुधवार को यह पूर्वानुमान जारी किया.
इन राज्यों में गर्मी से राहत नहीं
मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भीषण गर्मी जारी रही. इन राज्यों में एक जून तक लू की स्थिति जारी रहने का अनुमान है. इसके बाद इसमें धीरे-धीरे कमी आएगी. विभाग ने कहा, शुक्रवार तक बिहार, झारखंड, ओडिशा, विदर्भ, छत्तीसगढ़, जम्मू संभाग और हिमाचल प्रदेश में भी लू की स्थिति गंभीर बने रहने का अनुमान है. बुधवार को उत्तर भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 46-50 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. पश्चिमी, मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में तापमान 42-46 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो दिनों तक कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में गर्म और उमस भरा मौसम रह सकता है.
किस राज्य में कब दस्तक देगा मानसून
मौसम विज्ञानियों ने कहा कि रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से गुजरे चक्रवात रेमल ने मानसून के प्रवाह को बंगाल की खाड़ी की ओर खींच लिया है, जो पूर्वोत्तर में मानसून के समय से पहले पहुंचने का एक कारण हो सकता है. अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम में मानसून के आगमन की सामान्य तिथि 5 जून है. विभाग ने कहा, “इस अवधि के दौरान, दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन, लक्षद्वीप के शेष हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हो रही हैं.”