जानिए तुलसी गबार्ड के बारें में, जिसपर ट्रंप ने जताया भरोसा, बनीं US नेशनल इंटेलिजेंस की चीफ
inlive247 Desk: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी का निदेशक चुना है. अमेरिका की पहली हिंदू महिला सांसद तुलसी को ट्रंप सरकार में यह बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद उनका एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में तुलसी को हिंदू धर्म की पारंपरिक पोशाक सलवार और सूट पहने देखा जा सकता है. इस दौरान वह भक्ति में लीन हैं और हरे कृष्ण और हरे राम गा रही हैं और हिंदू धर्म का जमकर प्रचार कर रही हैं. तुलसी ने 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश की थी. लेकिन बाद में उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया. उन्होंने 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी. हाल ही में वह रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हुई हैं और राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने खुलकर ट्रंप का समर्थन किया है. वह एक गौरवान्वित हिंदू हैं और अक्सर पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों की निंदा करती हैं. वह खुफिया मामलों पर व्हाइट हाउस की सलाहकार भी होंगी और 18 अमेरिकी जासूसी एजेंसियों के कामकाज की देखरेख करेंगी.
तुलसी गबार्ड ने एलन मस्क के साथ किया था करार
तुलसी गबार्ड ने अरबपति एलन मस्क के साथ करार किया था. इस करार के तहत तुलसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक शो होस्ट करेंगी. इस शो के जरिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की वकालत की जाएगी. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स तीन नए शो लेकर आ रहा है, जिन्हें तुलसी गबार्ड, पूर्व सीएनएन एंकर डॉन लेमन और स्पोर्ट्स रेडियो कमेंटेटर जिम रोम होस्ट करेंगे. तुलसी के नए शो में डॉक्यूमेंट्री स्टाइल वीडियो और कंटेंट की विस्तृत सीरीज पेश की जाएगी. तुलसी का कहना है कि वह उन लोगों की कहानियां साझा करेंगी जिनकी आवाज दबा दी गई है और सत्ता में बैठे लोग उनकी आवाज दबाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक मौलिक अधिकार है. यह दुखद है कि हम ऐसे समय में रह रहे हैं जहां संवाद, चर्चा और असहमति सत्ता में बैठे लोगों के इशारे पर होती है. हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए इसका इस्तेमाल करना चाहिए.