Covaxin लेने वाले भी सुरक्षित नहीं, अध्ययन में खुलासा
Covaxin Side Effect: एस्ट्राजेनेका- ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन कोविशील्ड के साइड इफेक्ट रिपोर्ट के बीच कोवैक्सीन (Covaxin) बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने पिछले दिनों एक बयान में कहा था कि उसके वैक्सीन के रिकॉर्ड सुरक्षा के दृष्टिकोण से शानदार रहे हैं. भारत बायोटेक कंपनी ने कहा था कि उसकी वैक्सीन से खून के थक्के जैसी कोई दुष्प्रभाव सामने नहीं आए हैं. भारत बायोटेक के बयान के बाद चौकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि कोवैक्सीन लेने वाले 30 % लोगों में कई गंभीर बीमारी दिखाई दिए हैं.
बीएचयू के स्टडी रिपोर्ट में कहा गया है कि 926 प्रतिभागियों को अध्ययन के लिए चुना गया था, जिनमें में लगभग एक तिहाई लोगों में ऊपरी सांस की नली में वायरल संक्रमण सबसे नॉर्मल समस्या थी. साथ ही लोगों में ब्लड क्लोटिंग और एलर्जी की समस्या भी देखने को मिली है.
कोविशील्ड को लेकर यह विवाद चल रहा है कि कुछ मामलों में इसके इस्तेमाल से थ्रोम्बोसिस थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम यानी टीटीएस हो सकता है। इस बीमारी के कारण शरीर में खून के थक्के बन जाते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या गिर जाती है। स्ट्रोक और दिल की धड़कन रुकना जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
कोविशिल्ड ने माना उनकी वैक्सीन से साइड इफ़ेक्ट
दरअसल, भारत में पहली कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड है. इसे पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ने बनाया है. कोविशील्ड फॉर्मूला ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका से लिया गया है. एस्ट्राजेनेका ने अब ब्रिटिश कोर्ट में माना है कि उनकी वैक्सीन के गंभीर साइड इफेक्ट हैं.