डोरंडा फायरिंग मामला: जमीन विवाद में ससुर के इशारे पर चलाई गोली, पुलिस ने 4 आरोपियों को भेजा जेल
Ranchi: राजधानी रांची के डोरंडा इलाके में हथियार के बल पर जमीन का कारोबार करने वाले कुख्यात अपराधी अली खान गिरोह के 4 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया. जेल भेजे गए अपराधियों में गिरोह के सरगना अली के ससुर आजम अहमद के अलावा आफताब आलम, निजाद अख्तर उर्फ बिट्टू और रोशन तसलीम शामिल हैं. सभी आरोपी डोरंडा के रहने वाले हैं. पुलिस अब पीड़िता शबाना परवीन और उसके भाई शकील अख्तर को निशाना बनाकर गोलियां चलाने वाले आरिफ उर्फ हनुमान और मोइन खान के अलावा अली खान, शाहबाज उर्फ चोंच, ग्वाला, फैज कुरैशी और मुग्गी कुरैशी समेत अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है. पुलिस की जांच में पता चला है कि 3 साल पहले हिनू के फन सिनेमा के पास जमीन कारोबारी अल्ताफ की हत्या में शामिल अली खान ने अपने ससुर आजम खान के इशारे पर पूरी घटना को अंजाम दिया था. इसके लिए गिरोह के सदस्य आरिफ उर्फ हनुमान और मोइन खान के अलावा अन्य लोगों की मदद ली गई. फिलहाल पुलिस नामजद आरोपी अली, आरिफ और मोइन की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है.
डोरंडा के मणिटोला में 26 जून को हुई थी गोलीबारी
मालूम हो कि डोरंडा थाना क्षेत्र स्थित मणिटोला में जमीन विवाद में अपराधियों ने गोलीबारी की थी. हालांकि किसी को गोली नहीं लगी. गोलीबारी की घटना के बाद शबाना प्रवीण के बयान पर पुलिस ने 8 नामजद और 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. दर्ज प्राथमिकी में पीड़िता शबाना ने बताया है कि अपराधियों ने मणिटोला स्थित अर्धनिर्मित मकान को गिरा दिया था. इसके बाद जब वह अपने पति जावेद और भाई शकील के साथ वहां पहुंची तो अली ने उसके साथ गाली-गलौज की और आरिफ से गोली चलवाई. इसके बाद आरिफ ने उसे निशाना बनाकर 3 गोलियां चलाईं लेकिन उसके अचानक झुक जाने के कारण गोली उसे नहीं लगी. इसके बाद मोइन ने अपने भाई शकील को निशाना बनाकर दो गोलियां चलाईं जो मिस हो गयी.
आजम अहमद ने चलवाई थी गोलियां
पुलिस सभी आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है. जेल भेजे गए आजम अहमद खुद को एक राजनीतिक दल का नेता बताता है. हिरासत में रहने के दौरान भी वह थाने में पुलिस अधिकारियों के सामने खुद को समाजसेवी और नेता बताकर बेगुनाह होने का दावा करता रहा है. हालांकि पुलिस का कहना है कि आजम ने खुद अपने अपराधी दामाद अली खान से गोलियां चलवाई है.