बेंगलुरू में अतुल सुभाष पार्ट-2! पुलिस के हेड कांस्टेबल ने की आत्महत्या, पत्नी और ससुर को बताया मौत का जिम्मेदार
Inlive 247 Desk : बेंगलुरु के एक पुलिस कर्मी ने आत्महत्या कर ली है. कर्मी का शव रेलवे ट्रैक के पास मिला. मृतक बेंगलुरु सिटी पुलिस का हिस्सा था और बेंगलुरु के हुलिमावु पुलिस स्टेशन में तैनात था. 33 वर्षीय हेड कांस्टेबल तिप्पन्ना अलुगुर ने बयाप्पनहल्ली पुलिस स्टेशन की सीमा में आत्महत्या कर ली है. पुलिसकर्मी का शव बयाप्पनहल्ली के पास रेलवे ट्रैक पर मिला. हेड कांस्टेबल ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी पत्नी और ससुर को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 108 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.
बेंगलुरु पुलिस पहले से ही इसी तरह के एक मामले की जांच कर रही है, जिसमें जौनपुर के एक इंजीनियर अतुल सुभाष ने बेंगलुरु में आत्महत्या कर ली थी और कई पन्नों के सुसाइड नोट में अपनी पत्नी, उसके परिवार के सदस्यों और एक जज को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था.
अतुल सुभाष के मामले में क्या हुआ?
बेंगलुरू पुलिस जांच के लिए उत्तर प्रदेश के जौनपुर आई थी. यहां उसकी पत्नी अपने परिवार के साथ रहती है. हालांकि, जब पुलिस वहां पहुंची तो कोई नहीं मिला. ऐसे में बेंगलुरु पुलिस ने घर में नोटिस चिपकाकर तीन दिन के अंदर पेश होने को कहा है. अगर आरोपी पत्नी और उसके परिवार के सदस्य फरार रहते हैं तो पुलिस कुर्की की कार्रवाई भी कर सकती है. पुलिस सर्किल ऑफिसर नगर आयुष श्रीवास्तव के मुताबिक, बेंगलुरु पुलिस ने नोटिस जारी कर कहा कि “निकिता सिंघानिया अपने पति अतुल सुभाष की मौत की परिस्थितियों के बारे में पूछताछ के लिए तीन दिन के अंदर बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में जांच अधिकारी के सामने पेश हों.”
निकिता के परिजनों को नहीं मिला नोटिस
नोटिस सिर्फ़ निकिता को संबोधित है. इसमें उसकी मां निशा सिंघानिया, चाचा सुशील सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया समेत अन्य आरोपी परिजनों का नाम नहीं है. इन लोगों के नाम एफआईआर में हैं. नोटिस चिपकाने के समय घर का मुख्य दरवाज़ा बंद था और परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं था. नोटिस पर जो पता लिखा था, वह निकिता का घर था.