गैंगस्टर अमन साहू को लेकर अनमोल बिश्नोई ने किया पोस्ट, कहा- जल्द ही होगा सबका हिसाब
Ranchi: झारखंड के पलामू में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को लेकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने भड़काऊ पोस्ट किया है. अनमोल खुद कई मामलों में वांछित है, उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि अमन साहू उसका ‘भाई’ था और वे उसके लिए लड़ते रहेंगे.
सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट में अनमोल बिश्नोई ने लिखा है कि दो दिन पहले अमन साहू का पुलिस एनकाउंटर हुआ था, वह हमारा भाई था और हम अपने भाई अमन साहू के लिए लड़ेंगे. जो हुआ वह बहुत गलत हुआ, जल्द ही सबका हिसाब होगा. पोस्ट के अंत में ‘जय बालकरी’ और ‘लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप’ लिखकर अनमोल ने अपने इरादे खुलकर जाहिर कर दिए हैं. अनमोल मुंबई में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के अलावा अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग के मामले में भी वांछित है.
आपको बता दें कि झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को कुछ दिन पहले स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एनकाउंटर में मार गिराया था. पुलिस के मुताबिक, अमन साहू ने एसटीएस जवान से इंसास राइफल छीनकर भागने की कोशिश की. इस दौरान उसने जवान पर गोली चला दी. हमले में जवान घायल हो गया. फायरिंग के बाद एसटीएफ ने जवाबी कार्रवाई की और कुख्यात गैंगस्टर को मार गिराया. घायल हवलदार का नाम राकेश कुमार है. उसे मेदिनीनगर के एमएमसीएच में भर्ती कराया गया. गैंगस्टर अमन साहू छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की जेल में बंद था, जहां से उसे झारखंड की राजधानी रांची ले जाया जा रहा था. इसी दौरान उसने पलामू के चैनपुर के पास भागने की कोशिश की और पुलिस ने मुठभेड़ में उसे मार गिराया. पलामू एसपी रेशमा रमेशन ने मुठभेड़ की पुष्टि की.
अमन साहू रांची के एक छोटे से गांव मतबे का रहने वाला था. झारखंड में उसके खिलाफ रंगदारी, हत्या, रंगदारी समेत 100 से ज्यादा मामले दर्ज थे. एक समय वह हार्डकोर नक्सली भी था और 2013 के आसपास उसने अपना गैंग बनाया था. कोरबा में फायरिंग की घटना के बाद रायपुर पुलिस ने उसके गैंग के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया था. हाल ही में रायपुर के शंकर नगर इलाके में एक बिजनेस पार्टनर के घर के बाहर फायरिंग की घटना के बाद रायपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और उससे पूछताछ कर रही थी. अमन साहू का नाम कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जुड़ा था. सूत्रों के मुताबिक अमन लॉरेंस को गुर्गे सप्लाई करता था और बदले में उसे हाईटेक हथियार मिलते थे. रायपुर के तेलीबांधा इलाके में बिल्डर के दफ्तर पर 13 जुलाई को हुई फायरिंग मामले में भी अमन के गिरोह का नाम सामने आया था.