कौन है मुठभेड़ में मारा गया 10 लाख का इनामी नक्सली अपटन, कोल्हान के जंगलों में मचा रखा था आतंक
Ranchi : रविवार की सुबह कोल्हान प्रमंडल के गोइलकेरा थाना क्षेत्र आराहासा पंचायत के रेला गांव स्थित बुरजूवा पहाड़ी के पास मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी नक्सली अपटन उर्फ अमित हांसदा मारा गया है. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर कोल्हान प्रमंडल के कई इलाकों का आतंक माने जाने वाला नक्सली जोनल कमांडर अमित हांसदा उर्फ अपटन कौन है. जिसको पकड़ने के लिए पुलिस को अबतक सफलता नहीं मिली पाई थी. कैसे हर बार मुठभेड़ में बच कर निकल जाता था. इसके साथ कितने कैडर रहते थे और हथियार कौन से रखते थे.
दरअसल चाईबासा एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि गोइलकेरा थाना क्षेत्र के रेला पराल इलाके में नक्सली संगठन के सक्रिय सदस्य मौजूद हैं. जिसके बाद पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया. पुलिस की सर्चिंग के दौरान नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई. सुरक्षाबलों ने पूरे पहाड़ी इलाके को घेर लिया है और नक्सलियों के भागने के रास्तों को बंद करने की कोशिश कर रहे हैं.
चाईबासा एसपी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल भी भेजा गया है. मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी नक्सली अपटन उर्फ अमित हांसदा के मारे जाने और एक एसएलआर बरामद होने की खबर है. मुठभेड़ की खबर की पुष्टि जिले के एसपी राकेश रंजन ने की है. खबर लिखे जाने तक मुठभेड़ जारी है.
जानिए आखिर कौन है 10 लाख का इनामी नक्सली अपटन उर्फ अमित हांसदा
बताया जाता है कि अपटन उर्फ अमित हांसदा पहले माओवादी कैडर था. लेकिन बाद में वह टीएसपीसी संगठन में शामिल हो गया. इसके बाद उसका कद बढ़ता चला गया. पहले उसे प्लाटून कमांडर, फिर एरिया कमांडर और बाद में जोनल कमांडर की जिम्मेदारी मिली. पुलिस और उसके दस्ते के साथ करीब एक दर्जन मुठभेड़ हुई. जिसमें वह हर बार बच निकला. बताया जाता है कि उसके दस्ते के पास एके 47जैसे घातक हथियार हैं. अपटन खुद हमेशा अपने साथ एके 47 और पिस्टल रखता है. वह अपने दस्ते के 4 से 5 सदस्यों को 24 घंटे मौजूद रखता है. जो सभी हथियारों से लैस होते हैं. उसके पूरे दस्ते में एक दर्जन से अधिक कैडर शामिल हैं. साथ ही झारखंड पुलिस ने उस पर 10 लाख का इनाम घोषित कर रखा था.
