जॉनसन पाउडर से कैंसर के मामलों में 648 करोड़ का मुआवजा देगी सहायक कंपनी, 25 वर्षों में चुकानी होगी राशि
New Delhi : जॉनसन एंड जॉनसन (J&J) की सहायक कंपनी, टैल्कम युक्त बेबी पाउडर से जुड़े ओवेरियन कैंसर के मामलों में समझौते के हिस्से के रूप में 25 वर्षों में लगभग 648 मिलियन डॉलर का मुआवजा देगी. जे एंड जे के खिलाफ दायर मुकदमों में आरोप लगाया गया कि इसका टैल्कम ओवेरियन कैंसर और मेसोथेलियोमा मेसोथेलियोमा कैंसर होता है.
कंपनी ने इन मामलों को निपटाने के लिए एक सहायक कंपनी के पुनर्गठन के लिए कहा. इस बार कंपनी के प्लान में 3 महीने का रिक्वेस्ट पीरियड रखा गया था. इस दौरान, ओवेरियन कैंसर के दावेदार योजना के पक्ष और विपक्ष में मतदान कर सकते हैं. यदि 75% दावेदार पक्ष में हैं, तो एक सहायक कंपनी दिवालियापन दायर कर सकती है. इसके बाद मेसोथेलियोमा के लंबित मामलों का निपटारा योजना से बाहर किया जाएगा.
पीड़ितों के साथ अदालत के बाहर समझौता करने की इच्छा
कंपनी के खिलाफ 60 हजार से ज्यादा ऐसे मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें दावा किया गया है कि उसके बेबी पाउडर के इस्तेमाल से कैंसर हो सकता है. कंपनी इन दावेदारों को भुगतान करने के लिए अपनी एक सहायक कंपनी को दिवालियापन में ले जाना चाहती है, ताकि पीड़ितों के साथ अदालत के बाहर समझौता करके मामले को सुलझाया जा सके. हालांकि, कंपनी ने अभी तक इस बात को स्वीकार नहीं किया है कि उनके पाउडर में कोई खराबी थी और इससे कैंसर होने के आरोपों को बेबुनियाद बताया है.