ग्रामीण एसपी ने 72 पुलिसकर्मियों को किया शो-कॉज, पुलिस महकमे में हड़कंप, जानिए क्या है पूरा मामला
Ranchi : राजधानी रांची के ग्रामीण थानों में पदस्थापित 72 पुलिसकर्मियों को ग्रामीण एसपी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. थानों में लंबित केस की जांच में हो रही देरी के बाद ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने यह कार्रवाई की है. ग्रामीण एसपी का कहना है कि सभी पुलिसकर्मियों (IO-इंवेस्टीगेटिंग ऑफिसर) की पहचान कर ली गई है जो अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं. सभी पुलिसकर्मियों का जवाब मिलने के बाद उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी.
रांची के ग्रामीण एसपी की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस में सभी 72 पुलिसकर्मियों को लिखा गया है कि डीएसपी स्तर के अधिकारियों द्वारा मासिक दैनिक रिपोर्ट के अवलोकन से यह स्पष्ट है कि आप सभी द्वारा पिछले पांच माह में एक भी मामले का निष्पादन नहीं किया गया है. इससे यह स्पष्ट होता है कि आप केस की जांच और निष्पादन में रुचि नहीं ले रहे हैं. ग्रामीण एसपी ने आदेश दिया है कि हर पुलिसकर्मी को ठीक से काम करना होगा. ऐसा नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. एसपी ने संबंधित पुलिस अधिकारियों को दो दिन के भीतर कारण बताओ नोटिस का जवाब देने का निर्देश दिया है.
एक साथ 72 पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के बाद पूरे महकमे में यह चर्चा का विषय बन गया है. अगर पुलिसकर्मी नहीं सुधरे तो उन्हें थाने से हटाकर दूसरी जगहों पर पदस्थापित किया जाएगा.
अधूरी जांच के कारण न्याय में देरी होती है
रांची के ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि अगर आईओ समय पर जांच पूरी नहीं करते हैं तो पीड़ित को समय पर न्याय नहीं मिल पाता है. यही वजह है कि सभी आईओ के काम की समीक्षा की जा रही है. जिसमें देखा जा रहा है कि आईओ ने कितनी केस डायरी जमा की है, कितने मामलों का निपटारा किया है. लापरवाही बरतने वाले आईओ से पहले स्पष्टीकरण मांगा गया है. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.