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झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर जमीयत उलेमा का विवादित फरमान, इंडी गठबंधन को वोट देने की अपील, निशिकांत ने किया पलटवार

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Jamiat Ulema Controversial Order: झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 13 नवंबर को मतदान होना है. चुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच लोहरदगा जिले में जमीयत उलेमा ने एक विवादित फरमान जारी किया है, जिसमें मुस्लिम समुदाय से अपील की गई है कि वे अपना वोट सिर्फ ‘इंडी’ गठबंधन के उम्मीदवारों को ही दें. यह पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

जमीयत उलेमा के आदेश में क्या कहा गया?

जमीयत उलेमा के आदेश में कहा गया, “देश के मौजूदा हालात और मुसलमानों के प्रति केंद्र सरकार के रवैये, जैसे एनआरसी, समान नागरिक संहिता, वक्फ बोर्ड अधिनियम और घुसपैठियों को डराने-धमकाने के कारण यह फैसला लिया गया है, जिससे मुसलमानों में असुरक्षा का माहौल बन रहा है.”

आदेश में आगे कहा गया, “इस संदर्भ में ‘जमीयत उलेमा झारखंड’ (‘Jamiat Ulema Jharkhand’) से विचार-विमर्श के बाद ‘जमीयत उलेमा जिला लोहरदगा’ ने मुसलमानों से एकजुट होकर भारत गठबंधन को वोट देने और उसे जिताने की अपील की है.”

निशिकांत दुबे ने किया तीखा हमला

इस आदेश पर इंडी जनता पार्टी ने कड़ा हमला बोला है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर ट्वीट कर जमीयत उलेमा के आदेश पर तीखा हमला किया है. उन्होंने लिखा, “क्या यह देश मुसलमानों के कानून से चलेगा? यह फतवा (Fatwa) भारत की एकता और अखंडता पर हमला है.”

निशिकांत का सवाल-अगर मुसलमान भारत के नागरिक हैं तो उन्हें एनआरसी से डर क्यों है?

वहीं इस मामले को लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि “जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने महाराष्ट्र में भी वही किया है, जो वे अब करने की कोशिश कर रहे हैं. झारखंड में हिंदू समुदाय के लोग एनआरसी से नहीं डरते. अगर मुसलमान भारत के नागरिक हैं तो उन्हें एनआरसी से क्यों डर है? उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि वे बांग्लादेश, पाकिस्तान या किसी अन्य देश से आए घुसपैठिए हैं.

आगे कहा कि केरल में वक्फ बोर्ड चर्च की संपत्ति पर अपना अधिकार जताता है और कर्नाटक में मठ की संपत्ति पर अपना अधिकार जताता है, यहां तक कि संसद भी उनकी है. इंडी गठबंधन को जवाब देना चाहिए कि यह देश संविधान के हिसाब से चलेगा या कुरान के हिसाब से और वक्फ बोर्ड के लिए यह इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा होने वाला है.

43 विधानसभा सीटों पर डाले जाएंगे वोट

पहले चरण में राज्य की 43 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस चरण में कुल 15,344 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां 1 करोड़ 37 लाख 10 हजार 717 मतदाता 683 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. पहले चरण में वोट डालने वाले कुल मतदाताओं में 68 लाख 73 हजार 455 पुरुष, 68 लाख 36 हजार 959 महिलाएं और 303 थर्ड जेंडर शामिल हैं.

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