उत्पाद सिपाही में जान गंवाने वाले अभ्यर्थियों के परिजनों को झारखंड के सभी मंत्री देंगे 1-1 लाख, मंत्री बन्ना गुप्ता ने किया ऐलान, CM राहत कोष से भी सहायता देने पर विचार
Jharkhand Excise Constable Recruitment: राज्य के सभी 12 मंत्री उत्पाद सिपाही भर्ती के दौरान जान गंवाने वाले 12 अभ्यर्थियों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये देंगे. यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन में पत्रकारों को दी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एक मंत्री एक अभ्यर्थी के परिजन को राशि देंगे. 12 मृतक अभ्यर्थियों के परिजनों को इस तरह एक-एक लाख रुपये मिलेंगे.
इसके अलावा मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता राशि देने पर भी विचार किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभ्यर्थियों की मौत का कारण कोरोना वैक्सीन है. लंदन में भी यह साबित हो चुका है कि कोरोना वैक्सीन से दिल में खून के थक्के जमते हैं, जिससे मौत होती है. तेज गति से दौड़ने के कारण भी अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है, जो कोरोना वैक्सीन का साइड इफेक्ट है.
दौड़ लगाने के बाद बीमार हुई महिला अभ्यर्थी की मौत
उत्पाद विभाग में सिपाही भर्ती (उत्पाद सिपाही) के लिए दौड़ लगाने के बाद बीमार हुई टांगर निवासी आरती केरकेट्टा (32, पिता-स्व. दिलू केरकेट्टा) की शुक्रवार को रांची के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. आरती उत्पाद विभाग में सिपाही भर्ती (उत्पाद सिपाही) के लिए दौड़ में भाग लेने साहिबगंज गई थी. 31 अगस्त को उसने साहिबगंज के जैप-9 मैदान में तय समय सीमा के अंदर अपनी दौड़ पूरी की थी. दौड़ पूरी करने के बाद उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई. उसे इलाज के लिए साहिबगंज के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में हालत बिगड़ने पर 4 सितंबर को परिजनों ने उसे रांची के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया, जहां शुक्रवार दोपहर 3:30 बजे उसकी मौत हो गई. आरती केरकेट्टा शादीशुदा थी.